| एक गांव में एक सेठ रहता था वह बहुत ही कंजूस था वे जब भी बाजार में जाता तो वह बहुत ही कम दामों में सामान खरीदना पसंद करता था और उस सेठ कंजूस सेठ से सभी नाराज रहते थे क्योंकि वह उनके सामानों का उचित मूल्य नहीं देता था 1 दिन की बात है जब वह कंजूस सेठ बाजार से कुछ नारियल खरीदने गया। |
Kanjoos Seth: कंजूस सेठ और नारियल का पेड़
सेठ बोला -"एक रुपए मैं 8 दे दो ना "तीसरा दुकानदार बोला _"आगे नारियल का पेड़ है, वहीं से जितना चाहिए उतने तोड़ लाओ, कुछ भी नहीं देना पड़ेगा ।
सेठ पेड़ के पास पहुंचा, उसने पेड़ से कभी नारियल नहीं तोड़े थे । सेठ पेड़ पर चढ़ गया। और उसने खूब नारियल तोड़ लिए, लेकिन जब उतरने की सोची तो वह डरने लगा ।
इतने ऊंचे पेड़ से में कैसे उतरूंगा ।
सेठ पेड़ पर लटके-लटके ही चिल्लाने लगा - "मुझे बचाओ, मुझे बचाओ मुझे बचाओ,
"मुझे बचाने वाले को 2000 रुपए दूंगा।
सेठ कब तक लटका रहा होगा, वह कैसे उत्तरा होगा ? कृपया हमें कमेंट बॉक्स में जरुर बताना।
Moral : "इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है, की हमें कंजूसी नहीं करना चाहिए।
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