ऊंट और सियार की कहानी | Camel And Jackal Story in Hindi | Oont Our Siyar Ki Kahani

एक बड़े से जंगल में दो मित्र रहते थे । ऊंट और सियार दोनों बहुत अच्छे मित्र थे


Oont our Siyar ki kahani


वह जहां पर भी भोजन की तलाश में जाते तो दोनों साथ ही जाते थे। एक दिन दोनों को बहुत जोर से भूख लगी पर उनके लिए कोई भोजन का बंदोबस्त नहीं हो रहा था। वह भोजन की तलाश में इधर उधर भटक रहे थे। रास्ते में उन्होंने एक तरबूज  का बड़ा  खेत देखा उन्होंने निर्णय कर लिया की आज का भोजन हम यहां पर करके जाएंगे दोनों तरबूज के खेत में चले गए!ओर दोनों ने भोजन खाया परंतु सियार का  पेट छोटा था वह जल्दी से भर गया व ऊंट का पेट तो बहुत बड़ा था ,जो अभी तक नहीं भरा था।

ऊंट और सियार की कहानी| Oont Our Siyar Ki Kahani 



सियार ने कहा, कि  मित्र तुम जल्दी खाओ नहीं तो खेत का मालिक आ जाएगा इस तरह उन्होंने पेट भर कर भोजन खाया और वापिस जंगल में आ गए । उन्होंने रात एक पेड़ के नीचे भीताई दूसरे दिन जब वह भोजन की तलाश में जा रहे थे तो
वह एक नदी को पार करके दूसरे गन्ने के खेत में चले गए उन्होंने वहां पर गन्ने  खाना स्टार्ट किया, परंतु  सियार तो दो या तीन गन्ने में ही  उसका पेट भर गया परंतु ऊंट  का पेट नहीं भरा था

सियार बोलने लगा ऊंट मित्र जल्दी खाओ मेरे को  हुकने ( आवाज निकालना) की आ रही ऊंट ने कहा थोड़ी देर और रुको मैं खाने वाला हूं  थोड़ी देर में फिर सियार बोला जल्दी करो मित्र मुझे हुकने की आ रही है फिर  ऊंट  बोला थोड़ा और रुको मैं खाने वाला हूं  सियार बोला जल्दी करो मित्र  ऊंट कहने लगा हां हां हां इतने में सियार ने हुक दिया, और इतने में खेत का मालिक  बड़ी सी लकड़ी लेकर आया और सियार और ऊंट को  मारने लगा इतने में सियार तो भाग गया और ऊंट को मालिक ने बहुत लकड़ियों से मारा सियार नदी के पास आया परंतु उसको नदी पार नहीं करनी आती थी, वह ऊंट की राह देखने लगा इतने में ऊंट उधर से आया ऊंट को बहुत गुस्सा आ रहा था।

ऊंट को  सियार से  बदला लेना था । ऊंट ने कहा मित्र चलते हैं सियार कहां सियार ने ऊंट की पीठ पर छलांग लगाकर बैठ गया  ऊंट सियार को लेकर नदी के बीचों-बीच बोला  की मित्र मुझको डुबकी खाने की आ रही है।  सियार बोला की मित्र ठहरो मुझको बाहर निकाल के  डुबकी खा लेना ,परंतु  ऊंट नहीं माना वह  डुबकी खा गया और सियार नदी के तेज बहाव में बह गया इस प्रकार  ऊंट का गुस्सा शांत हुआ।।

Moral : हमें इस कहानी से यह  शिक्षा मिलती है कि हमें कभी दोस्तों के साथ धोखा नहीं करना चाहिए।

दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपको हमारी यह कहानी ऊंट और सियार की दोस्ती की कहानी a short story in Hindi, जरूर पसंद आई होगी ऐसी ऐ ऐसी ही कहानियां पढ़ने के लिए अपनी ईमेल से सब्सक्राइब जरूर करें
 धन्यवाद।
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